तेल का उपयोग करके कुर्रियाँ और सब्ज़ियाँ | Curries and sabzis using oil in hindi |
1. लो कैलोरी दाल मखनी रेसिपी : क्रीम और मक्खन के बिना कम कैलोरी दाल मखनी। हमने इसे एक स्वस्थ दाल मखनी बनाया है, जहां वसा का स्तर कम हो जाता है। तो अगर आप डायबिटिक हैं या वजन कम कर रहे हैं तो आप लो फैट दाल मखनी रेसिपी का आनंद ले सकते हैं।
2. मलाई कोफ्ता करी : मूँह में जाते ही घुलने वाले बेहद नरम कोफ्तों को टमाटर के स्वाद वाली ग्रेवी में डाला गया है जो आपको बेहद पसंद आयेंगे और इन्हें मलाईवाले कोफ्ते कहते हैं |
3. पालक पनीर रेसिपी : पालक पनीर रेसिपी सबसे पसंदीदा शाकाहारी पंजाबी व्यंजन है जिसमें पनीर का संयोजन किसी सब्ज़ी के साथ किया जाता है। पंजाब में दूध की प्रचूरता के कारण दूध के उत्पादक जैसे कि पनीर का बहुत उपयोग किया जाता है।
4. अचारी पनीर : अचारी पनीर एक खुश्बूदार नुस्खा है, जिसके स्वाद का श्रेय इसमें उपयोग किए गए विविध प्रकार के दानों को जाता है। दही, मैदा और कुछ मसाले मिलाकर बहुत ही साधारण पर स्वादिष्ट मिश्रण तैयार किया गया है और उसमें पनीर मिलाकर यह सब्ज़ी तैयार की गई है।
5. मेथी मटर मलाई रेसिपी | मेथी और मुटर एक सुपर-हिट संयोजन है क्योंकि उनके स्वाद एक दूसरे को अच्छी तरह से पूरक करते हैं। यह एक सुगंधित मसाला पेस्ट, एक और भी अधिक ताजा ताजा सूखी मसाला, tangy टमाटर का गूदा और सभी के लिए जोड़ें, और आप मेज पर एक अनूठा मेथी मुटर मलाई है।
तेल का उपयोग कर रोटियां और पराठे | Rotis and parathas using oil in hindi |
1. गोभी का पराठा रेसिपी : फूलगोभी पंजाब में प्रचुर मात्रा में विकसित होती है। यह सब्ज़ी सभी उम्र के लोग पसंद करते हैं और अधिकांशस उत्सव और धार्मिक सभाओं में इसका उक खास ही महत्व होता है।
2. थेपला रेसिपी : थेपला गुजराती खाने से कभी ना अलग होने वाला भाग है, जो रोज़ के खाने के लिए, बाहर जाते समय और पिकनिक के लिए भी पर्याप्त होते हैं!
तेल खाना बनाने के लिये आधारीय सामग्री है, जिसका भूनने, तलने, तड़का लगाने और साथ ही सलाद कि ड्रैसिंग बनाने के लिये प्रयोग किया जाता है।
• यह खाना बनाने के माध्यम के रुप मे काम करता है और खाने का रुप बढ़ाने के साथ-साथ स्वाद भी बढ़ाने मे मदद करता है।
• कभी-कभी तेल मे कुछ हर्ब और कालीमिर्च डालकर तेल मे सुगंध और हल्का सवाद प्रदान किया जाता है।
• तेल मे खाना तलने के समय इस बात का ध्यान देना ज़रुरी है कि तेल सही तापमान पर रखा जाये। ागर तेल बहुत ज़्यादा गरम होगा तो खाने के पकने से पुर्व ही खाने कि उपरी परत जल सकती है। तेल को जितने लंबे समय तक गरम किया जाता है, उतनी ही जल्दि वह खराब हो जाता है। तेल को ज़रुरत से ज़्यादा पुनः गरम ना करें। अगर आप खाना थोड़ी-थोड़ी मात्रा मे बना रहे है, तो पहले बैच को तलने के बाद, दुसरा बैच जल्द से जल्द तलें। आखरी बैच तलने के बाद, तुरंत ही आँच से हठा दें और ठंडा करें। पुरी तरह ठंडा करने के बाद, तेल को पेपर टॉवल, कॉफी फिल्टर या सूती के कपड़े का प्रयोग कर छान लें। ताज़े तेल के साथ ना मिलायें।
संग्रह करने के तरीके• चाहे परीष्कृत तेल हो या अपरीष्कृत, सभी प्रकार के तेल गर्माहट, रोशनी और ऑक्सिजन से सूक्ष्म होते है। खराब तेल से बुरी गंध आती है और स्वाद खट्टा हो जाता है और आहार तत्व भी कम हो जाते है। इसलिये, तेल को सूखी और ठंडी जगह पर रखें।
• तेल गाढ़ा हो सकता है, लेकिन सामान्य तापमान पर रखने पर तेल फिर से तरल हो जाता है।
• तेज़ आँच पर पकाने से तेल का रंग गहरा हो सकता है।
• अगर तेल मे खराब होने जैसी सुगंध आने लगे या उससे बने खाने से इस प्रकार कि गंध आये, तो इस तरह के तेल को तुरंत फेंक दें।
तेल स्वास्थ्य विषयक•
वेजिटेबल ऑयल्स | vegetable oils benefits in hindi : कुछ वेजिटेबल ऑयल में केवल सोयाबीन तेल होता है, जबकि कुछ इसे सोयाबीन, कैनोला, सूरजमुखी, मक्का और अन्य ओमेगा -6 से भरपूर तेलों के मिश्रण के रूप में बढ़ावा देते हैं। ये कई तेलों की तुलना में अक्सर सस्ता विकल्प होते हैं, लेकिन ये अत्यधिक संसाधित तेल होते हैं। वे निस्संदेह के लिए बाहर नहीं जा सकते हैं, चाहे आप सलाद ड्रेसिंग, सॉस या खाना पकाने की तलाश कर रहे हों। खाना पकाने में उपयोग किए जाने वाले 5 सर्वश्रेष्ठ तेल
जैतून का तेल (कम तापमान कम समय पकाने),
एवोकैडो तेल, कैनोला तेल,
नारियल तेल और
मूंगफली तेल हैं। आप इस तथ्य को खोजने के लिए सुपर लेख अवश्य पढ़ें कि वनस्पति तेल से स्वास्थ्यवर्धक कौन सा तेल है
नियंत्रित मात्रा मे तेल का सेवन लाभदायक होता है।
• लेकिन अत्यधिक मात्रा मे तेल का सेवन करने से सेहत के लिये हानिकारक होता है और थकान, आलस, वजन बढ़ना, हृदय रोग आदि जैसी बिमारीयाँ होती है।