एक मटर की कचौरी, हरी मटर की कचौरी में कितनी कैलोरी होती है?
एक मटर की कचौरी 254 कैलोरी देती है। जिसमें से कार्बोहाइड्रेट में 120 कैलोरी होती है, प्रोटीन में 24 कैलोरी होती है और शेष कैलोरी वसा से आती है जो 10 कैलोरी होती है। एक मटर की कचौरी 2,000 कैलोरी के मानक वयस्क आहार की कुल दैनिक कैलोरी आवश्यकता का लगभग 12.7 प्रतिशत प्रदान करती है।
मटर की कचौरी रेसिपी से 8 कचौरियाँ बनती हैं। डीप फ्राई करने पर 5 ग्राम प्रति बड़ी पूरी (अनहेल्दी फैट की 45 कैलोरी, 45 calories of unhealthy fat) या तेल के समोसे का सेवन किया जाता है। 2.5 ग्राम प्रति छोटा।
मटर की कचौरी के 1 kachori के लिए 254 कैलोरी, कोलेस्ट्रॉल 0, कार्बोहाइड्रेट 30, प्रोटीन 6.2, वसा 12.1. पता लगाएं कि मटर की कचौरी रेसिपी में पाए जाने वाले फाइबर, आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, पोटैशियम, फोलिक एसिड कितना है।
मटर की कचौरी रेसिपी | राजस्थानी वटाना कचोरी | हरी मटर की कचौरी |
बहुत ही स्वादिष्ट, यह मटर कचौड़ी ऐसी ही है! आपने शायद ही कभी ऐसी कचौड़ी चखौ होगी जिसका भरवां मिश्रण इतना स्वादिष्ट हो।
क्रश किये हुए मटर को मसालों के शानदार मेल के साथ चटपटा बनाया गया है, जिनमे से कलौंजी का स्वाद उभर कर आता है। साथ ही आपको इसके भरवां मिश्रण का नरम रुप भी पसंद आएगा, जो करारी परत के साथ बेहद अच्छी तरह जजता है।
यह शानदार व्यंजन आप हाई टी पार्टी में परोसें, आप के मेहमान को ज़रुर पसंद आएगा।
क्या मटर की कचौरी, हरी मटर की कचौरी सेहतमंद है?
नहीं, यह सेहतमंद नहीं है। आइए देखें क्यों।
आइए सामग्री को समझते हैं।
क्या अच्छा है।
हरे मटर (हरी मटर, benefits of green peas in hindi ) : हरे मटर वजन घटाने के लिए अच्छे हैं, शाकाहारी प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं और कब्ज से राहत देने के लिए उनमें अघुलनशील फाइबर भी है। हरे मटर, चवली, मूंग, चना और राजमा में कोलेस्ट्रॉल कम कम करने की क्षमता होता है। हरे मटर विटामिन के से भी भरपूर होती हैं ,जो हड्डियों के चयापचय में सहायक होते हैं । हरे मटर में का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जी. आई.) 22 होता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए कम और अच्छा होता है। क्या हरे मटर मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे हैं और हरे मटर के पूर्ण लाभ देखें।
समस्या क्या है?
मैदा आटा ( plain flour problems in hindi): मैदा ( plain flour problems in hindi): यह नुस्खा मैदा का उपयोग करता है जो कि रिफाइन्ड कार्ब है और स्वस्थ जीवन शैली के लिए उपयुक्त नहीं है। किसी भी भोजन में मैदा के सेवन पूरी तरह से टालना चाहिए या बहुत थोड़ा सा उपयोग करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से रक्त के स्तर में बढावा होता है, जो मधुमेह रोगियों और हृदय रोगियों के लिए अच्छा नहीं होता है। प्रीडायबिटीज का विकास अनियंत्रित चीनी और रिफाइन्ड खाद्य उत्पादों को कई वर्षों तक खाने से होता है और यदि आपके पास अतिरिक्त वसा है तो यह क्लासिक लक्षण है। इससे मधुमेह और आगे चलकर दिल का दौरा, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, नपुंसकता और गुर्दे की क्षति हो सकती है। पूरी तरह से समझने के लिए पढ़ें - क्या मैदा सचमुच अच्छा है?
डीप फ्राइड फूड्स, तले हुए नाश्ते (Deep Fried Foods in Hindi): यह रेसिपी डीप फ्राइड है। कोई भी भोजन जो तले हुए हैं, वो स्वस्थ रहने के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं। डीप फ्राई करने से आपका मोापा बढ़ सकता है क्योंकि तलने में अधिक तेल सोखा जाता है। इसके अलावा जब आप तलने के लिए फिर से उसी तेल का उपयोग करते हैं तो उसका स्मॉकींग पॉइन्ट (smoking point) कम हो जाता है, जिससे नीले धुएं का विकास होता है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। प्रोसेस्ड फूड, डीप फ्राइड फूड्स शरीर में इन्फ्लमेशन (inflammation) बढ़ाते हैं ( increases inflammation in the body ) और वसा जलने की प्रक्रिया को बंद कर देते हैं। अधिकांश बीमारियां जैसे कि हृदय की, डायबिटीज, पार्किंसन, अल्जाइमर, कैंसर और मोटापे का कारण होता है कोशिकाओं का इन्फ्लमेशन (inflammation) और फिर यहसही ढंग से काम नहीं करते हैं। धमनियों में इन्फ्लमेशन (inflammation) दिल के दौरे का कारण बन सकता है। इसलिए आपके आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ होने चाहिए जो शरीर में इन्फ्लमेशन (inflammation) से लड़ें। इसी तरह आपका शरीर स्वस्थ रह सकता है। इसलिए आपने स्वस्थ रहने के लिए अपने शरीर में कोशिकाओं को सही भोजन दिया है और यह आपके जीवन के बाकी हिस्सों के लिए रोग मुक्त रहने में बहुत महत्वपूर्ण है। टिप्पणी (note)। डीप फ्राई करने पर 5 ग्राम प्रति बड़ी पूरी (अनहेल्दी फैट की 45 कैलोरी, 45 calories of unhealthy fat) या तेल के समोसे का सेवन किया जाता है। 2.5 ग्राम प्रति छोटा।
क्या मधुमेह रोगी, हृदय रोगी और अधिक वजन वाले व्यक्ति मटर कचौरी खा सकते हैं?
नहीं, यह रेसिपी मधुमेह रोगियों, हृदय रोगियों और वजन घटाने के लिए अच्छी नहीं है। मैदा ( plain flour problems in hindi): यह नुस्खा मैदा का उपयोग करता है जो कि रिफाइन्ड कार्ब है और स्वस्थ जीवन शैली के लिए उपयुक्त नहीं है। किसी भी भोजन में मैदा के सेवन पूरी तरह से टालना चाहिए या बहुत थोड़ा सा उपयोग करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से रक्त के स्तर में बढावा होता है, जो मधुमेह रोगियों और हृदय रोगियों के लिए अच्छा नहीं होता है।
यहां कुछ हेल्दी इंडियन स्नैक विकल्प दिए गए हैं।
आप मिक्स्ड स्प्राउट्स बेक्ड समोसा, मटरसुतिर कचौरी, ओट्स मूंग दाल टिक्की, बेक्ड मेथी मुठिया, झुनका, मूंग दाल ढोकला, बाजरा, कॅरट एण्ड अनियन उत्तपा, बेक्ड पालक ज्वार मुरुक्कू, मिनी ज्वार पैनकेक, ओट्स उपमा, बेक्ड सेव, पालक मेथी मुठिया बेक्ड गेहूं की पूरी, पनीर पुदीना टिक्की या कुट्टू के पैनकेक जैसे हेल्दी इंडियन स्नैक्स बना सकते हैं।
बेक्ड पालक ज्वार मुरुक्कू रेसिपी | बेक्ड चकली | ज्वार चकली | Baked Palak Jowar Murukku, Jowar Murukku with Spinach