वर्णन
सफेद कालीमिर्च में कालीमिर्च के बेरी का केवल अंदर का भाग होता है, जिसके पेरीकार्प को निकाल दिया जाता है। सफेद कालीमिर्च बनाने के लिए, पुरी तरह से पके हुए पैपर बेरी को चुना जाता है। इसकी उपरी सुकड़ी हुई परत को रगड़कर निकाल दिया जाता है, जिससे अंदर के सूखे, हल्के सफेद रंग के भाग को बाहर निकाला जाता है। इस सफेद काली मिर्च को सूखाकर, साबूत या पाउडर रुप में, बाज़ार में बेचा जाता है।
सफेद कालीमिर्च और इसके पाउडर का स्वाद, कालीमिर्च की तुलना में थोड़ा सौम्य होता है, क्योंकि इसमें पीपरैन की मात्रा कम होती है, जो एक तेज़ तेल होता है, जो कालीमिर्च को उसका अनोखा स्वाद प्रदान करता है। इसका प्रयोग हल्के रंग वाले सूप और सॉस को कालीमिर्च का स्वाद प्रदान करने के लिए किया जाता है। सफेद कालीमिर्च का प्रयोग युरोप, खासतौर पर फ्रांस मे किया जाता है और यह जाडान में बेहद मशहुर है।
चुनने का सुझाव
• पहले से पीसी हुई या क्रश की हुई कालीमिर्च ना खरीदें, क्योंकि इसका तेज़ खुशबुदार स्वाद जल्दी उड़ जाता है और केवल हल्का तीखापन बच जाता है। साथ ही, पीसते समय, हल्के गुण वाली कालीमिर्च मिलाई जा सकती है। इसलिए, बेहतर होता है कि आप हमेशा साबूत सफेद कालीमिर्च खरीदें और ज़रुरत अनुसार क्रश कर व्यंजन में मिलाऐं।
• साबूत कालीमिर्च वजनदार, साबूत और बिना किसी दाग के होनी चाहिए।
• अन्य सूखे मसाले खरीदते समय,साफेद काली मिर्च खरीदते समय, कोशिश कर जैविक तरह से उगाई हुई काली मिर्च चुनें, क्योंकि यह सुनिश्चित करेगा कि इसमें किसी भी तरह की मिलावट नहीं है (अन्य हानिकारक प्रभाव की तरह, मिलावट से इस कालीमिर्च के विटामीन सी की मात्रा कम हो सकती है)।
• बाज़ार से पैक की हुई सफेद कालीमिर्च का पाउडर खरीदते समय, समापन के दिनाँक की जाँच कर लें और छुकर डल्ले की जाँच कर लें, जो पैकॅट के अंदर नमी के प्रस्तुती का चिन्ह है।
रसोई में उपयोग
• सफेद कालीमिर्च पाउडर का प्रयोग अकसर हल्के रंग वाले युरोपियन व्यंजन में किया जाता है, जैसे कॅसेरोल, पाई, मेयोनीज़, क्रीम आधारित सूप और व्हाईट सॉस।
• इसका प्रयोग अकसर इन्स्टेन्ट नूडल्स् और नाश्ते में किया जाता है।
• भारतीय पाकशैली में, सफेद कालीमिर्च का प्रयोग व्हाईट, क्रीम आधारित ग्रेवी और करी में किया जाता है।
संग्रह करने के तरीके
• क्रश की हुई सफेद काली मिर्च को हवा बन्द काँच की बोतल में रखकर ठंडी, गहरे रंग और सूखी जगह पर रखना चाहिए।
• साबूत सफेद कालीमिर्च को लंबे समय तक रखा जा सकता है, वहीं क्रश की हुई कालीमिर्च को लगभग 3 महिनों के लिए ताज़ा रखा जा सकता है।
स्वास्थ्य विषयक
• सफेद कालीमिर्च स्वाद कलिका को इस तरह उत्तेजित करते हैं कि पेट को अधिक मात्रा में हाईड्रोक्लोरिक एसिड बनाने के लिए सचेक किया जाता है, जिससे पाचन बेहतर होता है और आँत मे गैस की मात्रा कम होती है।
• कालीमिर्च मैन्गनीस का बेहतरीन स्रोत होता है, लौहतत्व और विटामीन के का अच्छा स्रोत और खाद्य रेशांक का अच्छा स्रोत होता है।
• साथ ही, सफेद कालीमिर्च में प्रस्वेदक और मूत्रवर्धक गुण होते हैं।