• यह घर पर बना मक्ख़न गरम कॉर्न ब्रेड, गरमा गरम कुट्टु पैनकेक, घर पर बने मफिन और दालचीनी वाले फ्रैंच टोस्ट के साथ अच्छा लगता है।
• गरमा गरम चपाती के उपर या ब्रेड स्लाईस के बीच लगाकर इसका मज़ा लिया जा सकता है।
• इस मक्ख़न से घी बनाया जा सकता है, जिसका बाद मे काफी व्यंजनों मे प्रयोग किया जा सकता है।
• इस मक्ख़न को बनाते वक्त मिली छाछ में मसाले मिलाकर ताज़ा पेय बनाया जा सकता है या इससे कड़ी भी बनायी जा सकती है।
सफेद मक्ख़न संग्रह करने के तरीके
• मक्ख़न का ताज़ा स्वाद बनाये रखने के लिये इसे हवा बचद डब्बे में रखना ज़रुरी है।
• इसलिये मक्ख़न को चौड़े मुह वाले काँच के बतर्न मे रखें।
• मक्ख़न को दबाकर उनके बीच या बतर्न के किनारों में जगह ना रखें। अगर आपकि नमकीन मक्ख़न बनाना हो तो यह उचित समय है जब आप अपनी पसंद का नमक इस मक्ख़न मे मिलये।
• जब सारा मक्ख़न काँच के बतर्न मे रख दिया जाये, उपर से थोड़ा ठंडा पानी डालें और ढ़क्कन बंद कर दें। यह पानी कि परत आपके मक्ख़न को हवा मुक्त रखकर लंबे समय तक संग्रह करने में मदद मरेगा।
• बोतल को फ्रिज मे रखना चाहिए और ताज़े मक्ख़न का २-३ दिनो मे प्रयोग कर लेना चाहिए।
सफेद मक्ख़न के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of white butter, safed makhan in hindi)
• घर पर बना मक्ख़न बाज़ार मे मिलने वाले मक्ख़न से अधिमान्य किया जाता हे क्योंकि इसमे किसी भी प्रकार का रंग या अन्य मिलावट नही होता है।
• बाज़ार मे मिलने वाले मक्ख़न और मारजरीन कि तुलना में इसमें सैच्यूरेटड वसा और कौलेस्ट्रॉल कि मात्र कम होती है।
• बाज़ार मे मिलने वाले मक्ख़न कि तुलना में इसमें सोडियम के मात्रा कम होती है।