एक छोटे गिलास मेलन पपीता भारतीय जूस में कितनी कैलोरी होती है?
एक छोटे गिलास मेलन पपीता भारतीय जूस में 104 कैलोरी होती है। जिसमें से कार्बोहाइड्रेट में 91 कैलोरी होती है, प्रोटीन में 8 कैलोरी होती है और शेष कैलोरी वसा से आती है जो 5 कैलोरी होती है। एक छोटे गिलास मेलन पपीता भारतीय जूस में 2,000 कैलोरी के एक मानक वयस्क आहार की कुल दैनिक कैलोरी आवश्यकता का लगभग 5 प्रतिशत होता है।
तरबूज पपीता जूस रेसिपी | पपीता खरबूजा जूस | स्वस्थ खरबूजा पपीता ड्रिंक | वजन घटाने के लिए खरबूजा पपीता जूस एक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ड्रिंक है जिससे आप अपना दिन शुरू कर सकते हैं। जानें कि स्वस्थ खरबूजा पपीता पेय कैसे बनाया जाता है।
खरबूजा पपीता जूस बनाने के लिए, पपीता, खरबूजा, १/४ कप पानी, कुचली हुई बर्फ और नींबू के रस को मिक्सर जार में डालें और चिकना होने तक ब्लेंड करें। रस की बराबर मात्रा को २ अलग-अलग गिलास में डालें। तुरंत परोसें।
यह आकर्षक नारंगी रंग का कार्बोहाइड्रेट युक्त पपीता खरबूजा जूससुबह के नाश्ते के लिए एक संपूर्ण विचार है। नींबू का रस इसे खट्टा स्वाद देकर और भी दिलचस्प बनाता है।
पपीते में रेचक प्रभाव होता है, जिससे कब्ज से राहत मिलती है। अतिरिक्त लाभ के रूप में, खरबूजे में एक पदार्थ "एडेनोसिन" होता है जो रक्त को कम चिपचिपा बनाता है, जिससे रक्त के थक्के और दिल के दौरे का खतरा कम हो जाता है। इसकी उच्च विटामिन ए सामग्री के कारण यह टैंगो प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ावा देता है। इसके अलावा स्वस्थ खरबूजा पपीता ड्रिंक में एंजाइम पपैन भी शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
क्या खरबूजा पपीता भारतीय जूस सेहतमंद है?
हाँ, यह सेहतमंद है। शर्तें लागू होती हैं।
आइए सामग्री को समझते हैं।
खरबूजा (Benefits of Muskmelon, Kharbooja in Hindi): खरबूजे में एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व विटामिन सी होता है, जो हमारी प्रतिरक्षा कोशिकाओं जैसे कि श्वेत रक्त कोशिकाओं (white blood cells - WBC) के निर्माण से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को मजबूत करता है। ये बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ने में मदद करता है, जो आमतौर पर मुँहासे के रूप में दिखाई देते हैं। यदि आप वजन घटाने की कोशिश में हैं, तो खरबूजा जरूर खाएं। इसका मीठा स्वाद आपके मीठेपन की तीव्र इच्छा को जरूर संतुष्ट करेगा। यह एक कम वसा वाला और उच्च एंटीऑक्सिडेंट वाला फल है, जो शरीर में उत्तेजना (inflammation - इन्फ्लमेशन) को कम करने की क्षमता रखता है और इस प्रकार आपकी आर्टरी (arteries) और बदले में दिल की रक्षा भी करता है। आपका आहार एसिडिटी को ट्रिगर या नियंत्रित करता है। खरबूजे का pH 6.5 से 7 के बीच में होता है, इसलिए इसे लगभग न्यूट्रल (neutral) माना जाता है और इस तरह पेट के एसिड को संतुलित करने में यह मदद करता है। खरबूजा के विस्तृत लाभ पढें।
पपीता (Benefits of Papaya, papita in Hindi): विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर होने के कारण, पपीता अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करके हृदय रोग से बचाने में मदद करता है। पपीते में कार्ब्स कम होता है और इसलिए रक्त शर्करा के स्तर को नहीं बढ़ाता है और यह कब्ज़ से राहत भी देता है। सवाल यह है कि क्या पपीता का ग्लाइसेमिक इन्डेक्स मध्यम श्रेणी में आता है, पर क्या यह फल मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है? 1 कप पपीते का ग्लाइसेमिक लोड 6.4 है, इसलिए मधुमेह रोगियों को इसका सेवन नियंत्रित मात्रा में करना चाहिए। पपीते के विस्तृत लाभ पढें। See detailed benefits of papaya.
नींबू, नींबू का रस benefits of lemon, lemon juice in hindi): नींबू विटामिन सी का एक बहुत अच्छा स्रोत है और इस प्रकार रक्त में सफेद रक्त कोशिकाओं और एंटीबॉडी के उत्पादन में मदद करता है जो आक्रमणकारी सूक्ष्मजीवों पर हमला करता है, संक्रमण को रोकता है और प्रतिरक्षा का निर्माण करता है। इसलिए आम सर्दी से बचाव के लिए नींबू का रस दिया जाता है। नींबू के रस में एस्कॉर्बिक एसिड भोजन से लोहे के अवशोषण में मदद करता है। तो अगर आपको आयरन की कमी है या एनीमिया ( anaemia ) है तो आयरन से भरपूर रेसिपी पर नींबू निचोड़ें। नींबू, नींबू के रस के विस्तृत लाभ देखें।
क्या मधुमेह रोगी, हृदय रोगी और अधिक वजन वाले व्यक्ति खरबूजे के पपीते का भारतीय जूस पी सकते हैं?
नींबू के रस और बिना चीनी के बनाया गया खरबूजा पपीता भारतीय जूस मधुमेह रोगियों, हृदय रोगियों और अधिक वजन वाले व्यक्तियों के लिए एक स्वस्थ पेय विकल्प हो सकता है, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण विचार हैं:
अच्छा:
खरबूजा और पपीता: इन फलों में कैलोरी अपेक्षाकृत कम होती है और ये विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते हैं। पपीते में पपेन जैसे एंजाइम होते हैं, जो पाचन में सहायता कर सकते हैं।
नींबू का रस: बिना कैलोरी या चीनी मिलाए विटामिन सी और एक ताज़ा स्वाद देता है।
बिना चीनी मिलाए: यह तीनों समूहों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर और कैलोरी सेवन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
विशिष्ट स्थितियों के लिए विचार:
मधुमेह: हालांकि ये फल आम तौर पर कुछ अन्य फलों की तुलना में ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर कम होते हैं, फिर भी इनमें प्राकृतिक शर्करा होती है। मात्रा पर नियंत्रण आवश्यक है। रक्त शर्करा के स्पाइक्स को कम करने के लिए खाली पेट के बजाय संतुलित भोजन के हिस्से के रूप में इस जूस का सेवन करना सबसे अच्छा है।
हृदय रोगी: इस जूस में स्वाभाविक रूप से सोडियम और वसा कम होती है, जो इसे हृदय के लिए स्वस्थ विकल्प बनाता है। खरबूजे में मौजूद पोटेशियम की मात्रा रक्तचाप प्रबंधन के लिए भी फायदेमंद हो सकती है।
अधिक वजन वाले व्यक्ति: चूंकि इसमें कैलोरी कम होती है और इसमें कोई अतिरिक्त चीनी नहीं होती है, इसलिए यह जूस उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो अपना वजन नियंत्रित करना चाहते हैं। फाइबर की मात्रा (खासकर अगर इसमें थोड़ा गूदा भी शामिल हो) भी तृप्ति में योगदान दे सकती है।
तरबूज पपीता जूस में यह अधिक होता है। मैक्रोन्यूट्रिएंट्स, विटामिन और खनिज अवरोही क्रम में दिए गए हैं (उच्चतम से निम्नतम)।
- विटामिन सी (Vitamin C) : विटामिन सी खांसी और जुकाम के खिलाफ हमारीरोग प्रतिरोधक शक्ति बढाता है।खट्टे फल ( नारंगी, मौसंबी, चकोतरा) नींबू, सब्जियाँ (शिमला मिर्च, ब्रोकली, पत्तागोभी) लें। सब्जियाँ पकाने पर सारा विटामिन सी नष्ट नहीं होता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि खाना पकाने की विधि और सब्जी के आधार पर 50% तक विटामिन सी बरकरार रखा जा सकता है। सब्जियां जल्दी पकाएं. सब्जियों को जितनी देर तक पकाया जाएगा, उनमें विटामिन सी उतना ही अधिक नष्ट होगा। 438% of RDA.
- विटामिन बी 2 रिबोफ्लाविन रेसिपी . Vitamin B2 (riboflavin) : विटामिन बी 2 लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में सक्षम बनाता है जो आपकी ऊर्जा के स्तर में वृद्धि में योगदान करते हैं। इसलिए दूध, दही, अंडे और हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा लें। 64% of RDA.
- मैग्नीशियम (Magnesium): हड्डियों और दांतों के निर्माण के लिए मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है। कैल्शियम और पोटेशियम के चयापचय में भी यह मदद करता है। मैग्नीशियम से भरपूर भारतीय खाद्य पदार्थ जैसे पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, ब्रोकली, काले), दालें (राजमा, चवली, मूंग), मेवे (अखरोट, बादाम), अनाज (ज्वार, बाजरा, साबुत गेहूं का आटा, दलिया)। 58% of RDA.
- विटामिन ए से भरपूर रेसिपी, बीटा कैरोटीन ( Vitamin A) विटामिन ए स्वस्थ दृष्टि, कोशिकाओं की वृद्धि और स्वस्थ त्वचा के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन ए के स्रोतों में पीले-नारंगी फल और सब्जियां जैसे गाजर, आम, पपीता, आड़ू, टमाटर, कद्दू आदि और अन्य सब्जियां जैसे पालक, केल, मेथी के पत्ते, ब्रोकली, शिमला मिर्च आदि शामिल हैं। 37% of RDA.
- विटामिन बी 1 ( Vitamin B1) : विटामिन बी 1 नसों की रक्षा करता है, कार्बोहाइड्रेट के चयापचय में मदद करता है, हृदय रोग से बचाता है और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है। बी1 से भरपूर भारतीय खाद्य पदार्थ हैं अलसी, सूरजमुखी के बीज, तिल , हलीम, शिमला मिर्च, गेहूं का आटा, चना दाल, मूंग, अखरोट, मसूर दाल, ब्राउन चावल, ज्वार, बाजरा 30% of RDA.