• दुग्ध पदार्थ कि प्रतिभा उच्च है। आईस-क्रीम, दही, मलाई, मक्ख़न, छाछ, चीज़, पनीर, मावा और भी कई दुग्ध पदार्थ, जिसमे लो फॅट, नॉन फॅट या स्कीम्ड विकल्प भी शामिल है, इन सभि का मूल आधार दूध है।
• मिल्कशेक, कॉफी और चाय कुछ एैसे पेय है जो दूध के बिना नही बन सकते।
• ब्रेकफास्ट सिरीयम, म्यूसली, ओट्स और दूध एक अच्छा नाश्ता बनाते है।
• शीरा, हल्वा आदि जैसी मीठाई बनाने में।
• चॉकलेट आधारित डेज़र्ट बनाने के लिये।
• व्हाईट सॉस और पास्ता बनाने के लिये।
दूध संग्रह करने के तरीके
• दूध को सामान्य तापमान पर रखा जाये तो वह जीवाण्विक उपज के योग्य हो जाता है।
• दूध जितना ठंडा रहेगा उतने ही लंबे समय तक रखा जा सकता है।
• इसलिये, दूध को फ्रिज में ४०° फॅरनहाईट में रखने से अनचाहे जीवाणू कि उपज रोकि जा सकती है।
• अगर आप कार्टन वाला दूध चुनते है तो याद रखें कि उसकि ६ महीने कि समापन होती है। खोलने के बाद उसका प्रयोग ४ महीने के अंदर कर लें और फ्रिज में हि रखें।
• कम से कम एक महीने तक संग्रह करने के लिये डीप फ्रिज़र या कोल्ड स्टोरेज में भी रखा जा सकता है।
दूध के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of milk, full fat milk, buffalo milk, full cream milk, doodh in Hindi)
1 कप
दूध अनुशंसित दैनिक भत्ता का 70%
कैल्शियम प्रदान करता है। दूध मजबूत हड्डियों को बढ़ावा देता है। दूध में मौजूद कैल्शियम आपके दांतों को मसूड़ों की बीमारी से बचाने में मदद करता है और आपके जबड़े की हड्डी को मजबूत और स्वस्थ रखता है। दूध
कार्ब्स में कम है और इसलिए रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाता नहीं है। हालांकि
मधुमेह रोगियों को
कम वसा वाले दूध का सेवन अपने आहार विशेषज्ञ के द्वारा दी गई सलाह के अनुसार लेना चाहिए, ताकि रक्त शर्करा के स्तर में किसी भी उतार-चढ़ाव से बचा जा सके।
प्रोटीन एक और महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो दूध में समृद्ध है - एक कप में 8.6 ग्राम। इसलिए प्रोटीन का स्तर बढ़ाने के लिए इच्छुक सभी लोग दूध और इसके उत्पादों जैसे दही और पनीर को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। एक कप दूध 10 ग्राम कार्ब्स देता है। कम वसा वाले दूध में केवल वसा कम होती है, बाकी दूध के समान लाभ होते हैं।